!-- LOAD CSS -->

Vastu Tips- For Home use one triks

Vastu Tips घर में सुख शांति के लिए    

            



 Vastu Tips
 घर बनाते समय वास्तु पर नजर सनातन सस्कृति का एक अति आवश्यक  सुझाव  हो सकता है हर व्यक्ति अपने घर को बनाते समय वास्तु पर ध्यान केन्द्रित करता है

vastu tips main gate or disha

  कुछ वास्तु के सुझाव आपके लिए  अच्छा निर्णय हो सकते है छोटी छोटी बाते भी कुछ अच्छा इशारा कर सकते है अगर आप वास्तु में विश्वास रखते है तो आपके लिए अनुकूल साबित हो सकता है में आज आपके लिए कुछ Vastu Tips  बताने की कोशिश कर रहा हु जो इनको फ्लो करे Vastu tips घर का दरवाजा हमेशा खुला ही रहना चाहिए |आजकल घर का मुख्य द्वार  हमेशा बंद ही रहता है  गावों में आज भी बुजुर्ग लोग दरवाजा खुला रखने की सलाह  देते है |

 अगर अपने घर के  मुख्य द्वार को सुबह 1 घंटा भी सूर्य की रौशनी घर में आती है तो घर की नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाएगी इसलिए दरवाजा कुछ समय के लिए भी सही पर खुला जरुर रखे vastu tips 2 रसोईघर हमेशा पूर्व दक्षिण दिशा यानि अग्नि कोण में ही होना चाहिए 

 रसोई बनाने वाले का मुह पूर्व दिशा में ही रहना चाहिए रसोईघर में हो सके तो दक्षिण दिशा में खिड़की नहीं खोलना चाहिए घर में पूजाघर हो तो नियमित पूजा अवश्य करना चाहिए 

 कोई भी भगवान् की मूर्ति अगर पूजाघर में स्थापित करना  मूर्ति घर के पूजाघर में 8'' इंच की ही होनी चाहिए इससे बड़ी मूर्ति नहीं चाहिए 

घर के मुख्य दरवाजा के पास जूता स्टेंड या डस्टबिन कभी नहीं रखना चाहिए आज कल घर में डिजाइन के लिए घर के कमरों के कोने गोलाकार बनाने से बचे घर में पर्याप्त रौशनी की व्यवस्था होनी चाहिए घर के प्रत्येक कोने तक रौशनी पहुचना चाहिए 

घर के सामने कांटेदार पोधा कभी भी नहीं लगाना चाहिए घर के सामने कोई पेड़ है ओर उसकी छाया घर  पर 10 से 11 बजे के बीच मे घर पर पड़ती है तो vastu दोष लगता है एसे मे आप किसी पेड़ को कटवा तो नहीं सकते है पर इसका उपाय जरूर कर सकते है इसके लिए आपको या तो अपना घर ऊंचा करना हो गा आप एक फ्लोर ओर  निर्माण करना होगा ओर अगर पेड़ घर के दक्षिण दिशा मे है तो कोई वास्तु दोष नहीं लगता है इसके बारे मे अधिक जानकारी वास्तु  टिप्स ओर हमारे ओर  लेख मे देख सकते है 

disclaimer  यह सामग्री  विभिन्न स्रोत से इकट्ठी करके बनाया गया है इसकी स्त्यता की कोई प्रमाणिकताकी homebasic पुसट्टी नहीं करता है   लेख वास्तुशास्त्र ,पंचाग व् कथा कहानी के माध्यम से लिए गये है आप इसे एक लेख ही समझे                                                                          

     

Tags

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.