bhavan nirman ke purv ki prkriya, भवन निर्माण से पूर्व की प्रक्रिया
- मकान या भवन बनाने से पहले कुछ प्रक्रिया होती है जिससे आप अपना घर बनाने से पहले यदि सनातन धर्म से लगाव है तो आपको कुछ प्रक्रिया है जिससे आपके भवन के निर्माण कार्य अच्छे से चलेगा ओर भवन निर्माण भी जल्दी होगा
- यदि आप आवासीय या व्यवसायिक भवन बनाने चाहते है , तो सर्वप्रथम उस भूमि खंड का परीक्षण करवाये जिस पर आप भवन बनाना चाहते है यदि सम्भव हो सके तो उस कालोनी या मुहल्ले ,या ग्राम का vastu परिक्षण ज्योतिषीय आधार पर किया जाता है
- आधुनिक युग में अपनी इच्छा अनुसार शहर मुहल्ले कालोनी चुनना प्रत्येक के लिये इतना आसन नहीं है हा यदि आप किसी बड़े शहर में है और आवासीय या व्यवसायिक भूखंड खरीदने वाले है तो भूमि का परिक्षण अवस्य करवाए तत्पच्यात भूखंड को खरीदे
- आधुनिक युग में कालोनी निर्माता को चाहिए की कालोनी का निर्माण वास्तुशाश्त्रीय नियम के अनुरूप ही करवाये जिससे उनको भी बहुत फायदा होगा और कालोनी भी समृद्ध होगा
नीव खुदाई होने के बाद नीव की भराई करने की तयारी करे और नीव में पत्थर बजरी सीमेंट का प्रयोग कर के भवन को मजबूती के लिए अपने घर के नीव की भराई करके घर के बेस का निर्माण करने में बजरी इसके आलावा घर के मुख्य दरवाजा की संख्या भी vastu शास्त्र के अनुसार निर्माण करना चाहिए मुख्य दरवाजा किस दिशा में होना चाहिए इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है
भवन बनाए में मुख्य चार चीजो की जरूरत होती है
सबसे पहले आवासीय भूखंड होना चाहिए
इसके अलावा अपने भूखंड पर plan नक्शा बनवा कर पहले नक्शा तेयार होने के बाद में भवन निर्माण का कार्य करे
ओर भवन निर्माण की जो सामग्री होती है वह आसानी से उपलब्ध हो जानी चाहिए अगर भवन निर्माण मे चुनाई का काम चल रहा हो तो पूर्व से दक्षिण की ओर करे जिससे आपको वास्तु का विश्लेषों होना जरूरी है