!-- LOAD CSS -->

Decorating The House According To Vaastu Shastra



 decorating the house according to vaastu shastra,वास्तुशास्त्र के अनुसार घर को सजाना 

अपने घर को सजाकर रखना हर व्यक्ति का एक विचार होता है, और कई लोग आपने घर को सजाने के लिए डिजाइनर से परामर्श तक लेते है| जिससे घर की सजावट बहुत खुबसुरत हो जाये घर की सजावट में वास्तु शास्त्र किया कहता है, इसके बारे में हम जानकारी दे रहे है आपको अपने घर के सभी पार्ट्स के बारे में पूरी जानकारी देंगे| इसमें Bedroom ,Hall Kichen,रसोईघर लिविंग हॉल Living Hall -बैठक हॉल  Daining Hall भोजन कक्ष  पूजा घर Pooja room सबकी जानकारी पूरी तरह से दी जाएगी सबसे पहले चालू करते है:- 
decorating the house according to vaastu shastra
 decorating the house according to vaastu shastra



अपना बेडरूम वास्तु के अनुसार सजाए-Decorate Your Bedroom  According To Vaastu 

पति -पत्नी के रिश्तो पर bedroom का काफी प्रभाव होता है, जी हाँ आप माने या नहीं माने  vastu के मुताबिक bedroom की  साज- सज्जा ही पति पत्नी के बिच रिश्तो  की मधुरता  तय करती है| चलिए बात अगर bedroom की आ गई है तो उसकी साज- सज्जा पर भी गोर कर लेते  है, यहाँ हम tips देंगे vaastu के नियमो  के मुताबिक bedroom को कैसे सजाये अगर हम किसी अपार्टमेन्ट में फ्लेट खरीदते है,तो चाह् कर भी vastu के सारे नियमो के मुताबिक नहीं चल पाते है, क्योकि बिल्डर अपने मुताबिक बिल्डिंग बनाते है आपके मुताबिक नहीं बनाते है तो ऐसे में अगर आप उसी बने हुए रूम को अपने तरीके से सजाये तो वो भी vastu के मुताबिक  तो आपके जीवन में खुशिया हमेशा बनी रहेगी यदि आपका bedroom अच्छा है तो घर में मानसिक शांति बनी रहेगी और आपकी सेक्सुअल लाइफ  भी बेहतर बनी रहेगी प्रस्तुत है Vastu Tips 

  1. Bedroom किसी भी प्रकार की चर्चा व् बहस के लिए नहीं होता है यह केवल आराम करने  व् सोने और लाइफ पार्टनर के साथ मस्ती करने के लिए होता है, bedroom में प्यार के अलावा अन्य बाते नहीं करना चाहिए |
  2. Bedroom दक्षिण पश्चिम दिशा में होना चाहिए और इसी कोने में बेड भी रखना चाहिए, यदि आपने अपना  बेड कमरा के दक्षिण-पूर्व दिशा  में रखा है, तो आपको ठीक से नींद नहीं आयेगी आप तनाव में गिरे रहेंगे  आपको गुस्सा जल्दी आएगा और बैचेनी सी बनी रहेगी |
  3. Bedroom के बाहरी दीवारों पर टूट फुट या दरार नहीं होनी चाहिए इससे घर में परेशानिया आती है| 
  4. यह वह रूम होता है जहाँ आप दिन भर के 7 से 10 घंटे बिताते है, यानि इससे vastu का सीधा प्रभाव आपके जीवन पर पड़ता है|  
  5. मकान के मालिक  उत्तर पश्चिम  दिशा में स्थित bedroom में सोते है तो अस्थिरता बनी रहती है, लिहाजा इस दिशा में घर के मालिक का बेडरूम नहीं होना चाहिए, घर के अन्य सदस्यों का बेडरूम यहां हो सकता है  घर के मालिक का बेडरूम दक्षिण पश्चिम में यदि किसी कारणवश नहीं है, तो दूसरा विकल्प दक्षिण या पश्चिम में हो सकता है बेड का सिरहाना दक्षिण की ओर होना चाहिए जिससे बेचैनी नहीं रहती है, और रात में अच्छी नींद आती है| उसका स्वास्थ्य उत्तम रहता है उत्तर की तरफ सिर करके सोने से खराब सपने आते हैं और नींद अच्छी नहीं आती है, और स्वास्थ्य खराब रहता है बेडरूम में कोई ऐसी तस्वीर मत लगाओ जो हिंसा दर्शा रही हो| बेडरूम की दीवार का रंग चटक नहीं होना चाहिए, साथ ही जिस तरफ बैठकर सिरहाने वाली दीवार पर घड़ी फोटो फ्रेम आदि नहीं होने चाहिए, जिससे सिर में दर्द बना रहता है अच्छा होगा यदि आप बैठकर ठीक सामने वाली दीवार पर कुछ मत लगाये  इससे मन की शांति बनी रहती है |

गेस्ट रूम साज-सज्जा  वास्तु के अनुसार  Guest Room Decoration As per Vaastu

  1. अतिथि देवो भव भारतीय संस्कृति में अतिथि को भगवान का दर्जा दिया गया है, अतः मेहमान का स्वागत सत्कार करने की हमारी परंपरा रही है, प्राचीन काल से चली आ रही यह प्रथा आज भी जारी है| अपने आवास का निर्माण करते समय इस बात का ध्यान रखें कि कई कमरों में एक कमरा मेहमानों का होना चाहिए| यह कमरा  कौन सा हो कहां स्थित हो यह सारे वास्तु शास्त्र द्वारा निर्देश इस प्रकार है अतिथि को ऐसे कमरे में ठहराना  चाहिए जो अत्यंत साफ व व्यवस्थित हो | जिसे देखकर मेहमान का मन खुश हो जाए अभी भी गेस्ट हाउस में अब कभी भी गेस्ट रूम में भारी लोहे का सामान नहीं रखना चाहिए अन्यथा अतिथि को लगेगा कि उसे बोझ  समझा जा रहा है इस व्यवस्था में मेहमान तनाव  महसूस कर सकता है अतिथि कक्ष में डेकोरेशन का खास  तोर  पर  ख्याल रखना चाहिए| सजावटी वस्तुओं में ऐसी तस्वीर लगाने से बच्चे जैसे जंगली जानवर, रोते हुए बच्चे, नंगे बच्चे, युद्ध के दृश्य, भगवान के चित्र, पेड़ आदि के चित्र| उनकी जगह झरने का चित्र लगा सकते हैं, मेहमान को जिस कमरे में ठहराया  जाए, उस  कमरे की दीवारों का रंग रोगन हल्का रखे तो बेहतर है| अतिथि कक्ष में सोफा सेट की व्यवस्था करना शुभ है, सोफा सेट पर मेहरून व हल्के रंग की चादर, दरिया, कालीन बिछाए तो अतिथि खुश रहेगा इस कक्ष में कुलर की व्यवस्था करनी हो तो उसकी दिशा पश्चिम में होनी चाहिए| मेहमान कक्ष में बैठने की व्यवस्था इस प्रकार करें कि मेहमान से बात करते समय परिवार के मुखिया का चेहरा उत्तर पूर्व की तरफ रहे या ईशान कोण  में रहे| 

 वास्तु के अनुसार ऑफिस की साज-सज्जा Office Decoration As Per Vaastu

 आज की जीवन शैली में हमारे दिन का सबसे बड़ा हिस्सा ऑफिस में बीतता है | ऑफिस के वातावरण और सम्बन्धों का हमारे जीवन की गुणवत्ता पर गहरा प्रभाव पड़ता है ऑफिस की सज्जा  और वास्तु का बहुत महत्व है, इसका हमारे कार्य क्षमता और सामान्य स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है| ऑफिस की सज्जा  की योजना बनाते वक्त  -स्वंय  की अभिरुचि साथ ग्राहक की कार्यात्मक  और सौंदर्यात्मक जरूरतो उपलब्ध जगह की संभावना का ध्यान रखना पड़ता है| ऑफिस में लोगों के बैठने फर्नीचर अलमारी बेडरूम और पेट्री की जगह है और उन सभी जगह के बीच सुलभ आवाजाही  के लिए और सीडीओ और आग  से सुरक्षा के स्थान तक पहुंचाने की प्राप्त जगह होनी चाहिए| ऑफिस की सज्जा  के लिए हमेशा लंबी अवधि की योजना बनानी चाहिए भले वर्तमान में उसे योजना के एक छोटे हिस्से को लागू करना हो जैसे-जैसे जरूरत और फंड बढे | मास्टर प्लान ऐसी होनी चाहिए कि आज जो भी नई चीज आप लगाये,  उसे तब भी हटाना ना पड़े| जब वापस बनाएं ऑफिस के अलग अलग घटकों के बारे में अगर हम मूलभूत सिद्धांतों का ध्यान रखे| तो मास्टर प्लान की परिकल्पना करने में मदद मिलेगी| ग्राहक  पर सबसे पहले रिसेप्शन की जगह का प्रभाव पड़ता है |सजा अच्छी होनी चाहिए ,कंपनी की अभिरुचि और स्टाइल का प्रतिनिधित्व करने वाली कंपनी के प्रोडक्ट और सर्विसेज के मॉडल और विजुअल प्रदर्शित किया जा सकते हैं जगह की डिजाइन ऐसी होनी चाहिए कि रिसेप्शनिस्ट आते और जाते लोगों पर दूर तक नजर रख सके| कांफ्रेस रूम प्रवेश से आसानी से पहुंच में होनी चाहिए, टायलेट तक पहुंच सुलभ होनी चाहिए|प्रेजेंटेशन के सामान जैसे स्क्रीन टीवी, वीडियो, मॉनिटर ब्लैक बोर्ड, फ्लिपचार्ट  तारतम्य  में लगे होने चाहिए और फर्नीचर इस तरह  इस तरह लगे होने चाहिए की सदस्य  आसानी से कम्युनिकेट कर सके, दीवारों और प्रेजेंटेशन के बैकग्राउंड के रंग शांत और न्यूट्रल प्रकार के होने चाहिए विशेष सामूहिक चर्चा का माहौल बनता है लाइटिंग डिजाइन को जीवंत बनाती है लाइटिंग व्यवस्था में एक संतुलित तड़क -भड़क  से नीरसता नहीं रह जाती|इस बात का ध्यान होना चाहिए ,की आंखों पर जोर ना पड़े ,प्रत्येक  सीट और जगह के लिए अच्छा संभव अलग लाइट और स्विच होने से बचत का ध्यान रहेगा| फ्लोरिंग मैटेरियल का चयन संबंधित जगहों के काम को ध्यान में रखकर किया जाता है इसमें टिकाऊपन रंग लागत और रखाव का ध्यान रखा जाता है, स्टोरेज की नई-नई डिवाइस बाजार में है सेल्फ कपबोर्ड फाइलिंग केबिनेट ड्रावर यूनिट आदि के बारे में निर्णय से पूर्व बाजार में इनके पूरे रेंज को जरूर देखें| और ठीक-ठाक अपनी जरूरत के अनुसार चयन करें|
 ऐसी फेंगशुई सजावट होती है शुभ- Such Fengshui Decoration Is Auspicious
आजकल अधिकांश लोग घर बनवाते  समय वास्तु का विशेष ध्यान रखते हैं| लेकिन कम ही लोग ऐसे हैं, जो घर की सजावट में vaastu  या फेंगसुई  का ध्यान रखते हैं| यदि घर की सजावट फेंगसुई  आइटम्स से की जाये तो घर सकारात्मक उर्जा से भर जाता है|-मछलियां, दर्पण, क्रिस्टल, घंटे, बांसुरी, कछुआ,सिक्के,लाफिंग बुद्धा,आदि| घर के सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाने का कार्य करते हैं| हाथी का जोड़ा संतान इच्छुक दम्पति  के कमरे में रखना बहुत शुभ माना  जाता है| इसे मुख्य द्वार के पास लगाना  सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है|
 घर में एक्वेरियम रखने से घर की सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है, ड्रैगन के मुंह वाला जीवन यान घर की सुख समृद्धि के साथ की परिवार की आयु में वृद्धि की घोतक है, मछली जल की प्रतीक होती है और फेंगसुई  में जल एक विशेष तत्व है यह धन का प्रतीक है| जल की उपस्थिति कार्यालय में मांगलिक ऊर्जा की सूचक है, जिसका फल सौभाग्यवृद्क होता है मछली परीक्षा में सफलता नौकरी में पदोन्नति एवं उपलब्धि की प्रतीक मानी जाती है| फेंगसुई की  मान्यता के अनुसार लाफिंग बुद्धा घर में रखने से घर में हमेशा खुशी और प्रसन्नता का माहौल बना रहता है
| जाने कौन सी दिशा में क्या रखना होता है शुभ,Know What Is Auspicious To Keep In Which Direction
 फेंगसुई  के अनुसार फ्रिज और माइक्रोवेव ओवन  को अलग-अलग स्थान पर रखने से अलग-अलग स्थितियां उत्पन्न होती है| जिसे इनका प्रभाव बदल जाता है ,यदि आप अपने परिवार मेंसुदृढ़ सम्बन्ध  और सपन्नता  चाहते हैं|तो फ्रिज को पश्चिम दिशा में रखना चाहिए यदि आप शांति चाहते हैं, तो फ्रिज को दक्षिण पश्चिम दिशा में रखें फ्रिज को दक्षिण दिशा में रखने से सदा बचे | क्योंकि दक्षिण दिशा अग्नि तत्व का प्रतीक विद्त्व करती है इससे विरोधाभास स्थिति उत्पन्न हो जाती है |दरवाजे के ऊपर कैलेंडर ना लगाये , क्योंकि यह घर के सदस्यों की दीर्घायु के लिए बुरा होता है| भूल करके भी दो उंगलियों में पकड़ा नोट नहीं लेना चाहिए पैसों का लेनदेन सदैव  पांचो उंगलियों से ही स्वीकार करना  चाहिए  है| यदि कोई नया मकान या फ्लैट खरीदना  हो तो एक नवजात कन्या को साथ में ले जाये यदि कन्या रोना आरम्भ करदे तो, वह भवन निवास के अनुकूल नहीं है, यदि वह मुस्कराती रहे तो यह भवन रहने के योग्य है,  पांच तत्व के विध्व्क  चक्र के अनुसार धातु  काष्ठ को काट (नष्ट कर ) डालती है और दक्षिण पूर्व दिशा का तत्व काष्ठ है| इस कारण घर में इस क्षेत्र में  चाकू या कैँची जैसी धारदार  वस्तु रखना इस क्षेत्र के लिए हानिकारक है| इन वस्तुओ का नकारात्मक  प्रभाव बनता है, क्योकि इस क्षेत्र में जुडी हुई जीवन की अभिलाशा  सम्पति,है और सम्पति शाली  बनना हरेक का सपना होता है, अपने office या घर में यदि एसी कोई चीज रखी हो तो तुरंत हटादे |आगे की जानकारी पार्ट 2 में  उपलब्ध 

disclaimer यह लेख हिन्दू ग्रन्थ व् काव्य से अर्जित करके ऐसी सामग्री त्यार की गई है आपके विचारो से मेल खाना सयोग हो सकता है लेकिन home basic इसकी पुष्टि नहीं करता है 

Tags

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.